दोस्तों इस लेख में हम गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार के बारे में बात करेंगे आपने सुना होगा कि कुछ महिलाओं के पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है जो (Utras)गर्भाशय की सूजन या इसे आम भाषा में बच्चेदानी में सूजन होने के कारण भी हो सकता है गर्भाशय में सूजन के कारण महिलाओं को पेट दर्द,कमर दर्द, सिर दर्द और तेज बुखार होना जैसी समस्या होने लगती है यह समस्या महिलाओं को बांझपन उनके बच्चेदानी में कैंसर का कारण भी बन सकती है इसलिए इसका समय रहते इलाज करना बेहद जरूरी है। 

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    इस लेख में हम गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार के साथ-साथ गर्भाशय में सूजन के लक्षण,बच्चेदानी में सूजन की टेबलेट,बच्चेदानी में सूजन की सिरप के बारे में जानकारी देंगे आइए विस्तार से जानती हैं

    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi


    गर्भाशय में सूजन के लक्षण | bachedani me sujan ke lakshan


    गर्भाशय में सूजन होने की समस्या आजकल महिलाओं में आम हो गई है इस गंभीर समस्या से निजात पाने के लिए इसके लक्षण जानना जरूरी है जो निम्न है


    • पीरियड्स के दिनों में ज्यादा ब्लीडिंग होना
    • बहुत ज्यादा डिस्चार्ज होना
    • पेट के निचले हिस्से में यानी पेल्विक में दर्द होना
    • गैस,कब्ज और मरोड़ जैसी समस्या
    • शरीर में सुस्ती व थकान महसूस होना
    • बार-बार तेज बुखार होना
    • इंटरकोर्स के दौरान योनि में दर्द होना
    • प्राइवेट पार्ट में खुजली होना


    गर्भाशय में सूजन के कारण | Bachedani Me Sujan Kyu Aati h

    गर्भाशय में सूजन होने की बहुत से कारण हो सकते हैं जिसे समय रहते ठीक नहीं किया जाए तो गंभीर समस्या हो सकती है
    • कई महिलाओं का वजन ज्यादा होता है जिसके कारण उनका Utras Bulky हो जाता है
    • बार-बार गर्भपात करवाना से
    • ज्यादा medicine लेने की वजह से
    • ज्यादा खाना खाने की वजह से
    • इंटर कोर्स एक्टिविटी को ज्यादा करने से
    • ज्यादा फिटिंग या टाइट कपड़े पहनने से

    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi


    बच्चेदानी में सूजन के कई कारण हो सकते हैं जैसे गर्भाशय में संक्रमण के कारण,गर्भाशय में गांठ के कारण,गर्भाशय में खून का थक्का आदि कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से असहनीय दर्द होता है नीचे आपको कुछ गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार के बारे में बताया गया है जो बेहद ही कारगर और आसान है जिनकी मदद से इस गंभीर समस्या से निजात पा सकते है

    • हल्दी
    • अरंडी का तेल
    • नॉर्मल एक्सरसाइज
    • सिकाई
    • अदरक की चाय
    • ओमेगा 3 फैटी एसिड
    • संतुलित आहार ले
    • नारियल पानी पिए
    • अजवाइन
    • सौप व इलायची वाला दूध

    1.हल्दी

    गर्भाशय की सूजन को कम करने के लिए हल्दी बहुत ही फायदेमंद है। हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है जो शरीर के पेल्विक अंगो की सूजन को कम करने में लाभदायक होता है। हल्दी एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। जो गर्भाशय की सूजन कम करने के लिए बहुत ही फायदेमंद है हल्दी का इस्तेमाल हम अलग अलग अलग प्रकार से कर सकते हो।

    हल्दी का दूध भी ले सकते हो। हल्दी का दूध पीने से गर्भाशय की सूजन कम हो जाती है इसके लिए आप रात को सोते टाइम दूध को गर्म करके उसमें हल्दी डालकर पी ले। जिससे सूजन से होने वाला दर्द कम होता है।

    हल्दी की चाय भी ले सकते हो। हल्दी की चाय बनाने के लिए आपको सबसे पहले गर्म पानी करना होगा उसमें थोड़ी सी मात्रा में हल्दी मिला ले वह थोड़ी सी काली मिर्च मिला ले अब इस मिश्रण को अच्छी तरह उबाल ले अच्छी तरह आने के बाद छानकर इसे पी ले जिस से गर्भाशय में होने वाली सूजन से छुटकारा मिलता है

    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi


    2.अरंडी का तेल

    अरंडी का तेल भी गर्भाशय की सूजन के लिए बहुत लाभकारी है अरंडी के तेल से अपने पेट पर मालिश करें। जिससे पेल्विक मांसपेशियों का दर्द कम हो जायेगा। 

    अरंडी के पत्तों से भी गर्भाशय की सूजन कम होती है इसके लिए आप अरंडी के पत्तों को पानी में अच्छे से उबालकर छान लें व रूई को भिगोकर अपने मुंह के अंदर रख ले ऐसा आप 3 से 4 दिन करें जिससे गर्भाशय की सूजन कम होने में काफी मदद मिलेगी।


    3.नॉर्मल एक्सरसाइज

    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi
    नॉर्मल एक्सरसाइज करने एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल कम होता है जिससे आपको सूजन में काफी राहत मिलती है एक्सरसाइज करने से एंडोर्फिन केमिकल रिलीज होता है शरीर में एंडोर्फिन की मौजूदगी से कई प्रकार की समस्या को दूर किया जा सकता है एंडोर्फिन हार्मोन से दर्द, बेचैनी व सूजन को कम को दूर किया जा सकता है.

    4.सिकाई

    सिकाई करने से भी गर्भाशय की सूजन को कम किया जा सकता है सिकाई करके आप पेल्विक मांसपेशियों को काफी आराम दे सकते हो। सिकाई करने के लिए आप गरम पानी की बोतल या हीटिन पैड का भी इस्तेमाल कर सकते हो। सिकाई से गर्भाशय की सूजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

    5.अदरक की चाय

    गर्भाशय में सूजन के कारण कभी-कभी महिलाओं में उल्टी आने की समस्या हो जाती हैं इस समस्या को दूर करने के लिए अदरक का एक छोटा पीस ले उसको पानी में अच्छी तरह उबाल ले वह उस पानी को पी लें इससे उल्टी आने की समस्या दूर हो जाएगी वह अदरक की चाय पीने से गर्भाशय में सूजन काफी आराम मिलता है इसलिए अदरक भी गर्भाशय में सूजन के लिए को कम करने के लिए काफी लाभदायक है।

    6.ओमेगा 3 फैटी एसिड

    ओमेगा 3 सूजन को कम करने का कार्य करता है।ओमेगा 3 फैटी एसिड वसा युक्त मछली, मछली के तेल, अलसी के बीज, अलसी के तेल और अखरोट जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। इसके अलावा ओमेगा 3 अन्य कई बीमारियों से दूर करने में लगता है लाभदायक है गर्भाशय की सूजन को कम करने के लिए हमें अपने आहार में वसा युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिससे हम अपने गर्भाशय की सूजन को कम कर सके।

    7.संतुलित आहार लें

    गर्भाशय की सूजन को कम करने के लिए हमें अपने खाने खाने में संतुलित आहार लेना चाहिए जैसे जूस ,फल , सब्जियां व वसायुक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए तथा तली हुई चीजों से परहेज करना चाहिए खासकर से जंक फूड से। खाने में संतुलित आहार लेने से भी गर्भाशय की सूजन को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती हैं।

    8.नारियल पानी पिए
    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi
    नारियल पानी में एंटीऑक्सीडेंट्स व एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं। नारियल पानी मे पाए जाने वाले पोषक तत्वो से गर्भाशय में होने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसलिए जिन महिलाओं में गर्भाशय में सूजन की प्रॉब्लम हो वह नारियल पानी पी सकती है नारियल पानी पीने से गर्भाशय की सूजन में काफी आराम मिलता है।


    9.अजवाइन

    गर्भाशय में सूजन को कम करने के लिए अजवाइन भी बहुत लाभकारी है अजवाइन के सेवन से गर्भाशय में होने वाले इन्फेक्शन को कम किया जा सकता है। जिन महिलाओं में गर्भाशय में सूजन की समस्या हो व अजवाइन का सेवन कर सकती है।

    एक गिलास पानी में 2 चम्मच अजवाइन भिगो कर रातभर ढंककर रख दें। सुबह उठकर पानी को छानकर पी लें।

    10.सौप व इलायची वाला दूध

    गर्भाशय में सूजन को कम करने के लिए सौप व इलायची वाला दूध भी बहुत फायदेमंद होता है दूध में छोटी इलायची व सौंफ डालकर दूध को अच्छी तरह उबाल ले वह ठंडा होने पर दूध को पी ले। जिससे गर्भाशय जैसी समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

    गर्भाशय की सूजन के लिए योग | bulky uterus in hindi



    गर्भाशय की सूजन को दूर करने के लिए घरेलू उपायों का उपयोग करने के साथ आपको कुछ योग भी कर सकते हैं जिसकी मदद से आपको बहुत जल्द आराम मिलेगा

    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi
    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi

    बच्चेदानी में सूजन की टेबलेट | bulky uterus in hindi


    अगर आपको उपरोक्त लेख में बताए गए घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलती हैं या इस प्रॉब्लम से इनिस्टेंट राहत चाहिए तो आप बच्चेदानी में सूजन की अंग्रेजी दवा का सेवन भी कर सकते हैं

    ओ एफ एक्स 100 एमजी टेबलेट


    Ofx 100 mg टेबलेट एक एंटीबायोटिक टेबलेट है जो बैक्टीरिया के संक्रमण को खत्म करता है इसका उपयोग जो सिस्टाइटिस या मूत्र संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति को दी जाती है यह टेबलेट डॉक्टर के परामर्श से लेनी चाहिए

    बच्चेदानी में सूजन की सिरप - cyclowiz Sirup


    बच्चेदानी में सूजन होने पर cyclowiz सिरप फायदेमंद होती है cyclowiz सिरप अशोका, धआतकी,आमलकी, बहेड़ा, मुस्तक,पीपली, शहद आदि से मिलकर बना होता है cyclowiz सिरप गर्भाशय टॉनिक योनि क्षेत्र की खुजली और जलन को कम करती है और महिलाओं के असमान्य सफेद योनि स्राव को रोकती हैं साइक्लोविज सिरप महिलाओं के शरीर की कमजोरी को भी दूर करती ह

    गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार | bulky uterus in hindi
    नोट - किसी भी दवाई का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें

    Conclusion

    इस लेख में आपको गर्भाशय में सूजन के लक्षण और कारण और गर्भाशय में सूजन के घरेलू उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है इसके अलावा आपको बच्चेदानी में सूजन की टेबलेट और सिरप के बारे मे भी बताया गया है

    जिसकी सहायता से आप गर्भाशय में सूजन होने की समस्या से निजात पा सकते हैं इस लेख से संबंधित कोई भी इंक्वायरी हो तो हमें जरूर कमेंट करें


    FAQ

    गर्भाशय में सूजन आने से क्या होता है?

    गर्भाशय में सूजन आने से महिलाओं को तेज पेट दर्द कमर दर्द सिर दर्द होता है और पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होती है और इस समस्या के कारण उनकी बच्चेदानी में कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है और वे बांझपन के शिकार भी हो सकती है