अगर आपके पीरियड्स मिस हुए है तो हो सकता है कि आप प्रेग्नेंट हो क्योंकि यह प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण (symptoms of pregnancy in hindi) में से सबसे पहला लक्षण है प्रेगनेंसी को चेक करने के लिए market में बहुत से टेस्ट आ चुके हैं जिससे आप अपनी pregnancy को कन्फर्म कर सकती है परंतु एक महिला के प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में कुछ ऐसे परिवर्तन भी होते हैं जिससे भी पता लगाया जा सकता है कि वह प्रेग्नेंट है या नही?
सामान्यतः सभी महिलाओं में यह लक्षण पाए जाते हैं हम इस लेख में प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण के बारे में विस्तार से जानेंगे

‍प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण: symptoms of pregnancy in Hindi


‍प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण

1.पीरियड्स का समय पर ना आना

किसी महिला के पीरियड्स(मासिक-धर्म) मिस होते हैं तो वह सबसे पहले प्रेगनेंसी के बारे में सोचती है क्योंकि यह प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण(pregnancy ke lakshan) में से एक है इसके लिए आप प्राथमिक प्रेगनेंसी टेस्ट जरूर कर लेवे।

क्योंकि कई बार स्ट्रेस या शरीर में हो रहे हार्मोन के उतार-चढ़ाव के कारण भी पीरियड्स मिस हो जाते हैं या थोड़े लेट हो जाते हैं आप अपनी प्रेगनेंसी को लेकर miss-guide हो सकती हैं

2.उल्टी आना या जी मचलना

उल्टी आना या जी मचलना भी प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण(symptoms of pregnancy in Hindi) में माना जाता है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में उतार-चढ़ाव होता है जिसकी वजह से उन्हें खाना खाने के पहले या बाद में कभी भी जी मचलना ,उल्टी आना जैसा महसूस होता है और यह लक्षण महिलाओं में खासकर प्रेगनेंसी के पहले 5-7 सप्ताह में दिखाई देता है

3.हल्की मात्रा में रक्त स्त्राव (इंप्लांटेशन ब्लीडिंग) होना

जब गर्भाशय में भ्रूण का पहली बार प्रवेश होता है तो उस समय फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया होती है इस फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया के दौरान कुछ (blood cells) रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती है जिसके कारण हल्का रक्त स्त्राव होने लगता है जिससे डॉक्टर इंप्लांटेशन ब्लीडिंग भी कहते हैं कुछ महिलाएं इसे पीरियड्स का आना भी मान लेती है लेकिन ऐसा नहीं होता
इस इंप्लांटेशन ब्लीडिंग के दौरान निकलने वाला रक्त और पीरियड में निकलने वाली रक्त के रंग में परिवर्तन होता है यह लक्षण कुछ ही महिलाओं में होता है

4.थकान और कमजोरी महसूस होना

थकान कमजोरी महसूस होना भी प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण(pregnancy ke lakshan) माने जाते हैं प्रेगनेंसी की दौरान कमजोरी और थकावट के साथ-साथ चक्कर आना भी महसूस होता है इसके साथ सिर में भारीपन भी महसूस होता है और महिलाओं को पूरे दिन थकान महसूस होती है और पर्याप्त 8 से 9 घंटे सोने के बाद भी उन्हें नींद पूरी न होना

5.स्वाद में बदलाव होना

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को ज्यादा कैलोरी की आवश्यकता होती है लेकिन ज्यादातर महिलाओं में प्रेगनेंसी के दौरान जी मचलना और उल्टी आने के कारण बहुत कम भोजन करती है साथ ही उनके खाना खाने की इच्छा में बदलाव आने लगता है जैसे-बहुत मीठा पसंद करना, बहुत खट्टा पसंद करना इत्यादि कभी-कभी कुछ स्पेशल भोजन करने की बहुत इच्छा होना,और कभी-कभी पहले से मन-पसंद भोजन को पसंद ना करना,ये लक्षण भी प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों(pregnancy ke lakshan) में से एक है 

6.बार-बार शौच आना

दिन में कई बार शौच आना भी प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण(symptoms of pregnancy in Hindi) है प्रेगनेंसी के शुरुआती 8 से 10 सप्ताह में ओवुलेशन अंडा बनने की प्रक्रिया होती है जिससे गर्भाशय का आकार बढ़ने लगता है और बढ़े हुए गर्भाशय के आकार के कारण मल की थैली पर दबाव पड़ता है जिससे वह पूरी तरह से भर नहीं पाती है और बार-बार शौच आता है

7.कब्ज होना

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण में से एक महत्वपूर्ण लक्षण माना जाता है क्योंकि प्रेगनेंसी में जब जी मचलना और उल्टी होती है तो महिलाएं थोड़ा कम खाना लेने लगती है और पानी भी कम लेती है जिससे कब्ज होने लगती है

महिलाओ में प्रेगनेंसी के दौरान प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में काफी बदलाव आता है जिसके कारण यूट्रस की गति थोड़ी कम हो जाती है जिससे कब्ज हो जाती है

8.स्तनों के आकार में बदलाव

गर्भधारण की शुरुआत में हार्मोन की बदलाव की वजह से स्तनों में भारीपन या हल्का दर्द महसूस होने लगता है और निप्पल का रंग भी भूरे से काला पड़ने लगता है

9.थोड़ा स्वभाव में चिड़चिड़ापन होना

प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में स्वभाव में थोड़ा चिड़चिड़ापन आ जाता है जोकि प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों(pregnancy ke lakshan) में से एक है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोन बदलाव के कारण अचानक से स्वभाव में बदलाव आने लगता है छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना और दुखी होना प्रेगनेंसी के ही लक्षण है

अन्य उपयोगी लेख

अंडा फटने के बाद गर्भावस्था के लक्षण

नॉर्मल डिलीवरी के घरेलू उपाय

Conclusion

यदि आप अपने पीरियड्स मिस करने के साथ-साथ इन प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण(symptoms of pregnancy in Hindi)में से कुछ लक्षण महसूस कर रही हैं तो आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं परंतु आपको अपनी प्रेगनेंसी कंफर्म करने के लिए प्रेगनेंसी टेस्ट जरूर करवाएं और अपने डॉक्टर से उचित सलाह भी जरूर लेनी चाहिए जिससे आपकी प्रेग्नेंसी की पुष्टि हो सके

FAQ

Q.गर्भ ठहरने के शुरुआती लक्षण क्या है?

मासिक धर्म का समय पर न आना,उल्टी आना, थकान महसूस करना, कब्ज होना, मूड में परिवर्तन आना, सिर का भारीपन होना, हल्का बुखार आना, आदि प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण(pregnancy ke lakshan) है

Q गर्भ ठहर गया है कैसे पता चलता है?
यदि आपके पीरियड्स मिस होने के साथ उल्टी आना जी मचलना चक्कर आना कब्ज होना जैसी प्रॉब्लम हो रही है तो हो सकता है कि आपका गर्भ ठहर गया हो

Q.प्रेगनेंसी का पहला दिन कौन सा है?
आपकी प्रेगनेंसी का पहला दिन आप की अंतिम मासिक धर्म के पहले दिन से शुरू हो जाता है

Q.घरेलू नुस्खे से प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करें?
घरेलू नुस्खे से प्रेगनेंसी टेस्ट करने का सबसे आसान तरीका चीनी-मूत्र परीक्षण है इसमें किसी चम्मच की सहायता से बराबर मात्रा में चीनी व मूत्र मिलाएं वह दो-तीन घंटे के लिए छोड़ दें ऐसा माना जाता है कि अगर चीनी पूरी तरह घुल जाए तो महिला गर्भवती नहीं है लेकिन अगर चीनी के गुच्छे जैसे बन जाए तो महिला प्रेग्नेंट हो सकती है