एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर तीसरी महिला की डिलीवरी सिजेरियन या जिसे आम भाषा में बड़ा ऑपरेशन बोलते हैं से होती है जिससे पता चलता है कि नॉर्मल डिलीवरी होना बहुत दुर्लभ हो गया है।
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कैसे पता चलेगा डिलीवरी नार्मल होगा कि सिजेरियन
जब भी कोई महिला मां बनने वाली होती है तो उसके पहले महीने से लेकर डिलीवरी होने तक के समय में एक सवाल सदा मन में रहता है कि कैसे पता चलेगा डिलीवरी नार्मल होगा कि सिजेरियन तो उन्हें बता दें कि आपके शरीर में होने वाले कुछ परिवर्तनों वह क्रियाओं से पता लगाया जा सकता है नॉर्मल डिलीवरी होने की कितनी संभावना है
नॉर्मल डिलीवरी के लक्षण
- अगर नॉर्मल डिलीवरी होने वाली हो तो गर्भाशय में शिशु एंटीरियर पोजीशन में आ जाता है यानी शिशु का सिर नीचे की तरफ हो जाता है जिससे प्रेग्नेंट महिला आसानी से महसूस कर सकती है और डॉक्टर भी चेकअप के बाद बता सकते हैं की आपकी डिलीवरी नॉर्मल होने के कितनी संभावना है
- शिशु के हेड डाउन पोजिशन में आने के कारण मूत्राशय पर दबाव बना रहता है जिससे बार-बार पेशाब जाने की आवश्यकता पड़ती रहती है
- नॉर्मल डिलीवरी में बच्चा के नीचे की ओर आने के कारण आपकी कमर पर दबाव बनता है जिसके कारण कमर में तेज दर्द चलने लगता है
- बार-बार पतली जुलाब लगना या दस्त जैसी शिकायत होने लगती है
- जननांग से ज्यादा लिक्विड का रिसाब होना
नॉर्मल डिलीवरी के लिए घरेलू उपाय |Home remedies for Normal Delivery
1.अपने स्वास्थ्य की करें देखभालप्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना चाहिए ताकि होने वाला बच्चा तंदुरुस्त रहे
2.खुद को हाइड्रेट रखें
प्रेगनेंसी के दौरान खुद को हाइड्रेट रखना यानी पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए क्योंकि गर्भाशय में शिशु जिस थैली में होता है उसमें एम्नियोटिक फ्लूट नामक तरल भरा होता है जो शिशु के पोषण के लिए उतरदायी होता है डॉक्टर के अनुसार गर्भवती महिला को दिन में दो से चार लीटर पानी पीना चाहिए
खुद को हाइड्रेट रखने के लिए महिलाएं नारियल पानी या फ्रूट जूस पी भी सकती है जिससे उनकी नॉर्मल डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है
3.अपने भोजन का रखें खास ख्याल
गर्भवती महिला को ऐसा भोजन करना चाहिए जिसमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन, आयोडीन,आयरन, फोलिक एसिड, प्रोटीन, फाइबर आदि सभी पोषक तत्व हो क्योंकि नॉर्मल डिलीवरी के लिए महिला व शिशु को पूर्णतया स्वस्थ और तंदुरुस्त होना जरूरी है गर्भवती महिला को हो सके वहां तक जंक फूड व बाहर की तली हुई चीजों से परहेज रखना चाहिए
और अपने डेली रूटीन के खाने में सलाद वह हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करनी चाहिए
4.सदा पॉजिटिव थिंकिंग रखें
नॉर्मल डिलीवरी के लिए गर्भवती महिला को शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक रूप से भी तैयार रहना चाहिए और सदा पॉजिटिव थिंकिंग रखनी चाहिए अपना मूड फ्रेश रखना चाहिए किसी भी प्रकार की नेगेटिव बातों को अपने दिमाग पर हावी ना होने दें जिससे आपकी शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहे
5.टहलने की आदत बनाएं
गर्भवती महिला को पार्क आदि में टहलने जरूर जाना चाहिए क्योंकि इससे शरीर में खून का परिसंचरण बहुत अच्छा होता है और बाहरी वातावरण से मिलने वाली ताजा हवा से मूड भी फ्रेश रहता है
लेकिन आपकी बड़ी हुई पेट के कारण आपको टहलने या घूमने फिरने में दिक्कत होती है तो चलना फिरना बंद कर देना चाहिए
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नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या खाना चाहिए।
- दाल और अंकुरित बीज
- फल और सब्जियों
- दूध और दूध से बने पदार्थ
- अंडा
- कच्चा नारियल पानी
- ब्रोकली
दाल और अंकुरित बीज:
नॉर्मल डिलीवरी के लिए महिलाएं खाने में उड़द चना की दाल आदि ले सकती है अंकुरित बीज शरीर में आयरन कैल्शियम तथा विटामिन बी की कमी को पूरा करते हैं दाल और अंकुरित बीज पहले 3 महीने तक मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत जरूरी है जिससे बच्चा स्वस्थ पैदा होता है इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को दाल का सेवन करना चाहिए जिससे नॉर्मल डिलीवरी में आसानी हो.
फल और सब्जियां:
नॉर्मल डिलीवरी के लिए महिलाओं को मौसमी संतरा अनार जैसी विटामिन सी युक्त फल खाने चाहिए जिससे बच्चे की त्वचा सॉफ्ट होती है और अनार खाने से शरीर में खून की कमी पूरी होती है शकरकंद भी नॉर्मल डिलीवरी के लिए बहुत फायदेमंद है इसलिए प्रेग्नेंट महिला को रोजाना 100 से डेढ़ सौ ग्राम शकरकंद खाना चाहिए शकरकंद में बीटा कैरोटीन अच्छी मात्रा में होता है इसलिए शकरगंज नॉर्मल डिलीवरी में बहुत फायदेमंद होती है.
हरी सब्जियां भी नॉर्मल डिलीवरी में बहुत मदद करती है जैसे पालक मेथी, चुकंदर आदि हरी सब्जियों का सेवन प्रेग्नेंट महिला को खाना खाने में करना चाहिए पालक में आयरन भरपूर मात्रा में होता है जो प्रेग्नेंट महिला के लिए बहुत फायदेमंद है.
दूध और दूध से बने पदार्थ:
दूध भी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए अति आवश्यक है दूध में कैल्शियम फास्फोरस विटामिन बी और जिंक उपलब्ध होते हैं जो गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास के लिए बहुत जरूरी है इसलिए प्रेग्नेंट महिला को रोजाना सुबह-शाम दूध पीना चाहिए इसके साथ-साथ प्रेग्नेंट महिला को दूध से बने पदार्थ का भी सेवन करना चाहिए .
अंडा:
अंडे में कोलिन नाम का तत्व होता है जो दिमाग को मजबूती प्रदान करता है अंडा खाने से गर्भ में पल रहे बच्चे का दिमाग तेज होता है इसलिए प्रेग्नेंट महिला को अंडा खाने की सलाह दी जाती है और अंडा खाने से delivery में भी मदद मिलती है
कच्चा नारियल पानी:
कच्चा नारियल पानी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है कच्चा नारियल को कुछ महीने तक रोजाना पीना चाहिए और इससे पहले डॉक्टर की परामर्श लेनी चाहिए नारियल पानी पीने से नॉर्मल डिलीवरी संभव है और कच्चे नारियल से बच्चे में पानी की पूर्ति भी पूरी हो जाती है
ब्रोकली:
ब्रोकली बहुत सारे तत्व पाए जाते हैं प्रेग्नेंट महिला को रोजाना 200 ग्राम ब्रोकली का सेवन करना चाहिए ब्रोकली में विटामिन ए और विटामिन सी में कैल्शियम की मात्रा में पाया जाता है ब्रोकली से प्रेग्नेंट महिला को कब्ज से छुटकारा मिलता है और लेबर पेन भी कम होता है इसलिए ब्रोकली खाने से प्रेग्नेंट महिला को बहुत फायदा होता है
नॉर्मल डिलीवरी के लिए नौवें महीने में क्या खाना चाहिए:
1. गुनगुना पानी
2. दूध और घी
3. खजूर का सेवन
4.अदरक और लहसुन
5. अजवाइन के लड्डू
1. गुनगुना पानी:
गुनगुना पानी प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है इसलिए प्रेगनेंसी मे ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए जिससे मांसपेशियों का तनाव दूर रहेगा अगर प्रेग्नेंट महिला ठंडा पानी या ठंडी चीजें खाती है तो प्रसव में दिक्कत आ सकती है इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को गुनगुना पानी पीना चाहिए
2. दूध और घी :
पुराने जमाने की महिलाओं का कहना है कि दूध मे घी डाल कर पीने से प्रेगनेंसी नॉर्मल होती है
दूध में घी डालकर पीने से बच्चेदानी और गर्भाशय सीखना होता है जिससे डिलीवरी में कोई दिक्कत नहीं होती और नॉर्मल डिलीवरी होने में मदद मिलती है और घी से मोटापा बढ़ता है अगर आपका वजन पहले ही ज्यादा है तो आप कम जी का सेवन करें ताकि डिलीवरी में कोई दिक्कत ना हो
3. खजूर का सेवन:
प्रेग्नेंट महिलाओं को 9वे महीने में दूध को गर्म करके उसमें खजूर डालकर दूध को अच्छी तरह उबाल लें . दूध अच्छी तरह उबले पर इसी पी ले या फिर गर्म दूध के साथ आप खजूर का सेवन कर सकते हैं खजूर का सेवन करने से आपको नॉर्मल डिलीवरी में आसानी होगी
4. अदरक और लहसुन:
दूध में अदरक को उबाल ले और इससे घूट घूट पिए अदरक का तासीर गर्म होता है इसलिए यह नॉर्मल डिलीवरी में फायदेमंद होता है अदरक वाला दूध पीने से मांसपेशियों में तनाव कम होता है और नॉर्मल डिलीवरी में फायदे फायदेमंद होता है और बच्चे की सही पोजीशन होने में मदद करता है
5. अजवाइन के लड्डू:
कहा जाता है कि 9 महीने में गर्म चीज का सेवन करने से डिलीवरी में आसानी होती है इसलिए रोज सुबह अजवाइन का एक लड्डू खाली पेट दूध के साथ खाना चाहिए जिससे नॉर्मल डिलीवरी के चांस बढ़ जाते हैं और बच्चा नीचे की तरफ आने में मदद मिलती है
नॉर्मल डिलीवरी के लिए व्यायाम | नॉर्मल डिलीवरी के लिए एक्सरसाइज
प्रेगनेंसी के दौरान हल्का व्यायाम या एक्साइज करनी चाहिए जिससे मांसपेशियां मजबूत और लचीली बनी रहती है और नॉर्मल डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है गर्भवती महिला के लिए व्यायाम- जननी व्यायाम
- केगल व्यायाम
- टेलर व्यायाम
Q.ऐसा क्या करें कि नॉर्मल डिलीवरी हो जाए?
अगर आप भी अपनी डिलीवरी नॉरमल डिलीवरी चाहते हैं प्रेगनेंसी के पहले महीने से ही अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और एक सही डॉक्टर का चुनाव करें और डॉक्टर के निर्देशानुसार खाना व दवाइयां ले वह समय-समय पर चेकअप करवाते रहेंQ.लड़कियों की नॉर्मल डिलीवरी कैसे होती है?
नॉर्मल डिलीवरी जिसे आम भाषा में जापा भी कहते हैं यह बच्चा होने की का सबसे पुराना नाम तरीका है इसमें बच्चा गर्भाशय की संकुचित होने से योनि के रास्ते शरीर से बाहर आता हैQ.नॉर्मल डिलीवरी का सही समय क्या है?
नॉर्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन डिलीवरी लगभग 9 महीने की होती है या 40 हफ्तों की मानी जाती है वैसे डॉक्टर आजकल गर्भवती महिला के शरीर की रिपोर्ट देकर एग्जैक्ट डेट बता देते हैंConclusion
इस लेख में आपको नॉर्मल डिलीवरी के लिए घरेलू उपाय के बारे में बताया गया है और डिलीवरी के दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना वह कुछ खानपान की के बारे में बताया गया है
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